बच्चों की कहानियां

Moral Stories for kids in hindi (do bailon ki katha)

  Moral Stories for kids in hindi

 

दो बैलों की कथा (Moral Stories for kids in hindi With Moral)

एक छोटे से गांव में एक बैल समूह रहता था। ये बैलों की जोड़ी बहुत ही ख़ूबसूरत और आदर्शवादी थी। यह जोड़ी गांव के लोगों की जिंदगी में बहुत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि वे इन्हें अपने कामों के लिए इस्तेमाल करते थे। इन दो बैलों के नाम थे गौरी और काली।

गौरी बैल बहुत ही बुद्धिमान और समझदार थी। वह हमेशा सोच समझकर बातें करती थी और अपने काम को पूरा करने का अद्वितीय तरीका ढूंढ़ती थी। वह अपनी माँगों को सुनने के बावजूद सबसे पहले अपने वज़न को ठीक से बँटने के लिए सुनिश्चित करती थी। गौरी को यह पता था कि अगर वह खुद की मदद करेगी तो उसे और ज्यादा उपयोगी बनाने में मदद मिलेगी।

वहीं काली बैल बहुत ही मजेदार और प्रफुल्लित थी। उसे जीवन की हर स्थिति में मज़े लेने का अद्वितीय तरीका ढूंढ़ने का शौक था। वह हमेशा नई-नई बातें करने और नए-नए खेल खेलने के लिए उत्सुक रहती थी। गौरी और काली की जोड़ी में साथ में आत्मनिर्भरता और मनोयोग का एक बढ़िया संयोग था।

Moral Stories for kids in hindi

 

Do bailon ki katha

  (दो बैलों की कहानी)

 

एक दिन, गांव के लोगों ने यह देखा कि गौरी और काली को देखकर उन्हें खुद का खेत में काम करने का ख़याल आया। उन्होंने दोनों बैलों को खेत में काम के लिए बुलाया। इससे गौरी और काली को पता चल गया कि गांव के लोग उन्हें अपने कामों के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं। लेकिन उन्होंने सोचा कि क्यों न वे अपना खुद का खेत बनाकर अपनी मेहनत के फल का आनंद लें।

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गौरी और काली ने मिलकर तय किया कि वे अपना खुद का खेत बनाएंगे। उन्होंने एक प्लान बनाया और उसे क्रियान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने खुद की जरूरतों के आधार पर खेत का नक्शा तैयार किया और खेत को उगाने के लिए उन्होंने मिलकर काम करना शुरू कर दिया। वे एकदिवसीय रंग देकर खेत को तैयार करने में कामयाब रहे।

उन्होंने बीज बो डाले, खेत को सुखाने और पानी देने का ध्यान रखा। गौरी और काली ने बहुत मेहनत करके अपने खेत को आकर्षक बना लिया। धीरे-धीरे, उनका खेत उगने लगा। उन्होंने खुद की मेहनत के फलस्वरूप अच्छी फसल पाई। वे अपनी मेहनत के बदले में खुश रहते थे।

जब गांव के लोग देखकर हैरान रह गए। उन्होंने यह देखा कि गौरी और काली ने खुद का खेत बनाकर अच्छी फसल पैदा की है। वे गौरव और आदर के साथ उन्हें प्रशंसा करने लगे। गौरी और काली को सम्मान मिला और वे खुद को संपूर्णता में उभारकर आगे बढ़ने का संकेत प्राप्त कर गए।

इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि मिलकर मेहनत करने और अपनी संगठनात्मक क्षमता का उपयोग करने से हम खुद को संपूर्णता के नजदीक ले जा सकते हैं। गौरी और काली ने एक बैल के रूप में अलग-अलग गुणों को लेकर एक दूसरे के साथ संयोग स्थापित किया और इससे उन्हें अद्वितीय सफलता मिली।

Moral:– इस कहानी की एक महत्वपूर्ण सीख यह है कि हमें अपने काम को बुद्धिमानी, मेहनत और उत्साह के साथ करना चाहिए। हमें बीज बोने से पहले सोचना चाहिए, सही रणनीति बनानी चाहिए, अपनी संगठनात्मक क्षमता का उपयोग करना चाहिए और खुद की मेहनत के फल का आनंद लेना चाहिए। इससे हम अपने जीवन में सफलता की ओर अग्रसर होंगे और अपने आप को संपूर्णता के ऊपर उठाएंगे।
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