moral stories for kids in hindi
बचपन से हम लोगों ने अपने बड़े बुजुर्गों, माता-पिता, नाना-नानी, दादा-दादी से बहुत सी कहानियां सुनते आये हैं। प्राचीन समय से ही कहानी सुनना और सुनाना हमारे देश की प्रथा रही है। आपने देखा होगा की अधितकतर गाँवों में जहाँ मनोरंजन के साधन नहीं है
गधा और धोबी की कहानी (gadha aur dhobi ki kahani)
एक गांव में एक गधा रहता था। वह गधा बहुत दिनों से बहुत ही आलसी और सुस्त बना था। वह हमेशा अपनी कामचोरी के चलते गांव के लोगों के मजाक बनता रहता था।

गधा और धोबी की कहानी
गांव में एक धोबी भी रहता था, जो बड़ा मेहनती और समझदार व्यक्ति था। धोबी का काम उसे पसंद था और वह हमेशा खुशी-खुशी सबकी कपड़े धो देता था।
Gadha aur Dhobi story moral in hindi
एक दिन, गधे ने धोबी को देखा और सोचा, “यह तो काम करके पैसे कमाता है, लेकिन मैं तो इतना आलसी हूँ कि इतना भी काम करने का मन नहीं करता। क्या इस धोबी से कुछ सीखना चाहिए?”
धोबी ने गधे को अपने साथ काम पर ले जाने को खुशी-खुशी मान लिया। गधा अपने आलसीपन के कारण अटकले हुए थे, लेकिन धोबी ने उसे समझाया, “काम करने से ही तुम्हें सफलता मिलेगी। आलसी होने से तुम्हें कुछ भी नहीं मिलेगा।”
धोबी ने गधे को सिखाया कि कैसे पानी में साबुन मिलाकर कपड़ों को साफ करना है, फिर उन्हें अच्छी तरह धोना है और उन्हें धूप में सुखाना है। गधा ने धोबी की बातें मानी और धीरे-धीरे वह समझ गया कि दिनभर मेहनत करने से कैसे अच्छी चीजें हासिल होती हैं।
धोबी की मेहनत और ज्ञान ने गधे को प्रेरित किया। अब गधा भी काम करने लगा और धीरे-धीरे उसकी कामचोरी दूर होती गई। वह भी धोबी की तरह मेहनती और समझदार बन गया।
गधे ने धोबी से कहा, “धन्यवाद आपका, मैंने अपने आलसीपन को छोड़कर काम करना सीख लिया है। अब मुझे खुद पर गर्व है कि मैं भी मेहनती और समझदार बन गया हूँ।”
धोबी ने गधे की सफलता को देखकर खुशी से झूम उठा। उसने कहा, “देखो, मेहनत और समझदारी का फल मिठा होता है। अब तुम अपनी मेहनत के बल पर आगे बढ़ते जाओगे।”
इस तरह, गधे ने धोबी से सीखा कि कठिनाइयों का सामना करने से हम अपनी खुद की कमियों को दूर कर सकते हैं और सफलता की सीढ़ी को चढ़ते जा सकते हैं। गधा और धोबी की इस मिसाली कहानी ने सभी को सिखाया कि मेहनत और ज्ञान का महत्व हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है।
Right…hard working is good for our life.
Yeah